Description
वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक आलोक मेहता की पुस्तक ‘शिक्षा की नव क्रान्ति का शंखनाद’ गहरी संलग्नता से लिखी गई है । लेखक ने नई शिक्षा नीति की संकल्पना के विस्तार में ‘सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास’ की भावना के आधार को आदर्श माना है । उनकी मान्यता है कि भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि शिक्षा नीति बनाने के लिए देश में व्यापक जन संवाद हुआ । जन आकांक्षाओं के अनुरूप एवं राष्ट्रीय आवश्यकता और चुनौतियों के अनुरूप केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी गई । वह रेखांकित करते हैं कि नई शिक्षा नीति में शिक्षक और विद्यार्थी, दोनों के सम्मान की संकल्पना है, क्योंकि इसके बिना उत्कृष्ट ज्ञान का निष्पादन सम्भव नहीं है । उनका विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आत्मनिर्भर सशक्त भारत की संकल्पना को नई पीढ़ी की क्षमता के सदुपयोग से ही पूरा किया जा सकता है । आलोक मेहता इस पुस्तक में शिक्षा की संस्कृति, शिक्षा के विस्तार, भारतीयकरण की नींव, शिक्षा के क्षेत्र में पचपन साल की कवायद, शिक्षित महिला : शिक्षित समाज, नया संकल्प : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृष्टि में, नई शिक्षा नीति के लक्ष्य, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 आदि अध्यायों में बड़े सहज किन्तु गम्भीर अन्दाज में शिक्षा–विमर्श करते नजर आते हैं । यह पुस्तक इस ओर भी ध्यान आकृष्ट करती है कि शिक्षा को मौलिक अधिकार का दर्जा देने वाला भारत भी विश्व के ऐसे 135 देशों में सम्मिलित हो गया है । दस्तावेज के रूप में पाठक इस महत्त्वपूर्ण पुस्तक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति–2020 के प्रमुख अंश भी पढ़ सकते हैं । सच कहा जाए तो यह पुस्तक न केवल नयी शिक्षा नीति को समझने में सहायक होगी वरन् यह भी इंगित करती है कि इसके क्रियान्वयन की रणनीति क्या हो सकती है
Author: Alok Mehta
Publisher: Samayik Prakashan
ISBN-13: 9788193674994
Language: Hindi
Binding: Hardbond
Product Edition: 2022
No. Of Pages: 192
Country of Origin: India
International Shipping: No
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