Description
डोगरी भाषा का क्रोईं एक विशेष जन्मस्थान नहीं माना जा सकता। यह जम्पूएबं कशमीर और गंजाब केकई इलाकों में बोली जाती है भी शायद यही कारण है कि डोणारी यर पंजाबी और उर्दूदोनों भाषाओँका बहुत प्रभझव पड़ा और जो उसके साहित्य में भी दिखता है। औम गोस्वामी, विष्पदुनाथ खजूरिया, शिबदेव महिम, तारा दानपुरे डोणारी के जाने-माने नाम हैं। उनकी और अन्य डोगरी लेखकों को चुनी हुई कहानियां इस पुस्तक में संकलित हैं जिनका चुनाव हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार कमलेश्वर ने किया हैऔर स्राथ ही एक विस्तृत भूमिका भी लिखी है।
Author: Kamleshwar
Publisher: Rajpal & Sons
ISBN-13: 9788170289128
Language: Hindi
Binding: Hardbound
No. Of Pages: 184
Country of Origin: India
International Shipping: No
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