Description
कृष्णा जी की जीवनी लिखी जा रही है,…कृष्णा जी के पाठकों और प्रशंसकों का दायरा इतना विस्तृत है!!!अस्वस्थता के बावजूद अनेक बैठकें उनके घर में, अस्पताल में कृष्णा जी के साथ…और फिर उनके काग़ज़ात और कुछ पांडुलिपियों का एक ज़खीरा…अभी बहुत कुछ ऐसा है जो अनलिखा, अनखोजा, अनपाया रह गया है।
Author: Girdhar Rathi
Publisher: Setu Prakashan
ISBN-13: 9789389830927
Language: Hindi
Binding: Paperback
Product Edition: 2021
No. Of Pages: 279
Country of Origin: India
International Shipping: No
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