Description
इस पाण्डुलिपि के रचयिता का इरादा कोई ऐसा मिथकीय चरित्र गढ़ना हो जिसके जरिए वह भारतीय राष्ट्रवाद की नयी अवधारणा के सिद्धांतों को सामने लाये।
About the Author:
पार्थ चटर्जी सेण्टर फॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़, कोलकाता में लम्बे समय तक प्रोफेसर व निदेशक रहने के बाद अब भी मानद प्रोफेसर की हैसियत से संस्थान से जुड़े हैं। साथ ही न्यूयॉर्क के कोलम्बिया विश्वविद्यालय में एन्थ्रोपोलॉजी व मध्यपूर्व, दक्षिण एशिया और अफ्रीका अध्ययन के विभाग से सम्बन्ध हैं।
Author: PARTH CHATTERJI
Publisher: Setu Prakashan
ISBN-13: 9789395160933
Language: HINDI
Binding: PAPER BACK
Product Edition: 2023
No. Of Pages: 406
Country of Origin: INDIA
International Shipping: Yes
Reviews
There are no reviews yet.